1 फरवरी से शुरू होगा नारकोटेस्ट
DEhradun: अंकिता हत्याकांड अभी भी अपने आप में कई रहस्य समाए हुए हैं। प्रकरण के सामने आने के बाद उत्तराखंड पुलिस ने आरोपियों को जेल तो भेजा है लेकिन अभी भी इस मामले में सबसे बड़ी दिलचस्पी एवं रहस्य उस व्यक्ति के नाम को लेकर बना हुआ है जिसकी खास सेवा के लिए पीड़िता को विवश किया जा रहा था। प्रकरण से जुड़े रहस्य आखिर कैसे सामने आएंगे यह पूरा देश जानना चाहता है।
अंकिता हत्याकांड से जुड़े इस मामले में क्या वाकई कोई VIP है या नहीं इसकी छानबीन के लिए अंकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य का एक से तीन फरवरी के बीच पॉलीग्राफ टेस्ट किया जाएगा। टेस्ट का स्लॉट विशेषज्ञों की उपलब्धता पर निर्भर करेगा। पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद आरोपी का नार्को टेस्ट भी किया जाना है। इसके लिए पुलिस पहले ही सवालों की फेहरिस्त तैयार कर चुकी है।
माना जा रहा है कि नारकोटेस्ट में जो सवाल पूछे जाने हैं उनमें पुलकित से वीआईपी के अलावा उसके मुख्य मोबाइल के संबंध में जानकारी मांगी जा सकती है। इसके अलावा उसने अंकिता का मोबाइल कहां फेंका, घटना की रात को उसने कहां और किससे बात की आदि बातों को पूछा जाना है। यह ऐसे सवाल है जो बिना नारको टेस्ट के भी एसआईटी सामने ला सकती थी लेकिन यदि इन सवालों को लेकर नारको टेस्ट किया जा रहा है तो यह स्पष्ट है कि एसआईटी या तो राजनीतिक दबाव में है या फिर उसका जांच करने का तरीका आरोपियों पर असरदार साबित नहीं हो रहा है।
अब सवाल यह उठ रहे हैं कि क्या नारको टेस्ट कारगर साबित होगा या सिर्फ इसे एक औपचारिकता के तौर पर किया जा रहा है। अंकिता हत्याकांड उत्तराखंड को एकाएक पूरे देश में सुर्खियों में ला खड़ा किया था।
सुर्खियों में आया यह मामला पौड़ी जनपद की एक लड़की की महत्वाकांक्षाओं से जुड़ा हुआ था जिसमें वह अपने पैरों पर खड़े होकर कुछ कर दिखाना चाहती थी लेकिन उसके काम करने के एवज में उससे अनैतिक कार्य करवाने का प्रयास किया गया जिसका अंकिता ने विरोध किया और विरोध करने की कीमत उसे अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।