जत्थेदार बाबा तरसेम हत्याकांड: सुरक्षा प्रबंध की उड़ाई हत्यारों ने बेखौफ धज्जियां

Dehradun: एक तरफ लोक सभा चुनाव की तैयारी को लेकर उत्तराखंड पुलिस कड़े सुरक्षा प्रबंध का दावा करते नहीं थक रही है और लगातार पूरे प्रदेश केजनपदों में सुरक्षा की दृष्टि से फ्लैग मार्च किया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर सिख धर्म के एक बड़े संत को दिनदहाड़े गुरुद्वारा परिसर में ही घुसकर गोलियां मार दी जाती हैं।

घटना आज सुबह उधमसिंह नगर के नानकमत्ता गुरुद्वारे म घटित हुई जहां जत्थेदार बाबा तरसेम सिंह सुबह परिसर में ही कुर्सी लगाकर बैठे हुए थे। इसी दौरा बाइक सवार दो बदमाशों ने उन्हें बेहद करीब से तीन गोली हमारी और वहां से फरार हो गए। बाबा तरसेम सिंह को खटीमा अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पूरी घटना गुरुद्वारा परिसर में ही लगेसीटीवी में कैद हुई है जिसे देखकर साफ स्पष्ट हो रहा है कि बाइक सवार बदमाशों को किसी का भय नहीं था और वह बेहद आराम से परिसर में आए और गोलियां बरसा कर वहां से चलते बने। बाबा तरसेम सिंह को उत्तराखंड एवं पंजाब में सिख पंथ के लोग काफी मानते हैं और उनकी हत्या के बाद उत्तराखंड का पूरा सुरक्षा प्रबंध सवालों के कटघरे में है।

प्रकरण की गंभीरता को भागते हुए डीजीपी अभिनव कुमार ने तत्काल इस प्रकरण में एसआईटी टीम का गठन कर हत्यारों को पकड़ने के आदेश दिए हैं, जिसमें एसटीएफ एवं स्थानीय पुलिस भी शामिल रहेगी।

वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान इस हत्याकांड ने विपक्ष को बैठे बिठाए सुरक्षा का एक मुद्दा दे दिया हैं। बताया जा रहा है कि जत्थेदार बाबा तरसेम सिंह ने एक पोस्ट अपने फेसबुकपेज पर एक पोस्ट अपलोड करते हुए अपनी हत्या की आशंका जताई थी।

हत्या की आशंका जाहिर करने के बावजूद यदि उन्हें सुरक्षा प्रदान नहीं की गई तो यह निश्चित तौर पर उधम सिंह नगर जनपद पुलिस की एक बड़ी चूक मानी जा सकती है।