अपनी आवाज से सबको दीवाना बना देने वाले गजल गायक पदमश्री पंकज उदास का 72 साल की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से कैंसर की बीमार चल रहे थे और मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थे।
पंकज उदास की गजलों ने युवाओं को काफी अपनी तरफ आकर्षित किया था खासतौर से शराब और शराब से संबंधित उनकी गजलें आज भी महफिलों की शान बनती है।
उनकी कुछ खास गजलों में “शराब चीज ही ऐसी है यह मेरे यार के जैसी है”, “चांदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल”, “मजा लेना है पीने का तो कम कम पी” चिट्ठी आई है, बेहद लोकप्रिय रही है। पंकज उदास के निधन से गजल गायकी के शौकीनों को गहरा आघात पहुंचा है तो वही बॉलीवुड के लिए भी यह एक बड़ी छती मानी जा रही है।