बाबा केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद,

 

बाबा केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, हजारों श्रद्धालुओं के साथ मुख्यमंत्री धामी भी रहे साक्षी

रुद्रप्रयाग: बाबा केदारनाथ धाम के कपाट आज ब्रह्म मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चारण और विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। पवित्र नगरी केदारपुरी इस दौरान ‘हर-हर महादेव’ और ‘जय केदार’ के जयघोष से गूंज उठी। भावुक माहौल में श्रद्धालुओं और तीर्थ पुरोहितों ने भगवान केदारनाथ को शीतकालीन यात्रा के लिए विदा किया।

इस ऐतिहासिक और धार्मिक क्षण के साक्षी बने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, जिन्होंने बाबा केदार के दर्शन कर प्रदेश की सुख-समृद्धि एवं जनकल्याण की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि “बाबा केदार की असीम कृपा से उत्तराखंड निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है। चारधाम यात्रा में इस वर्ष रिकॉर्ड श्रद्धालु पहुंचे, जो राज्य की धार्मिक समृद्धि का प्रतीक है।”

कपाट बंद होने की प्रक्रिया मुख्य पुजारी रावल और मंदिर समिति के अधिकारियों की देखरेख में संपन्न हुई। परंपरा के अनुसार, अब बाबा केदार की पंचमुखी डोली ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ के लिए रवाना होगी, जहां शीतकालीन पूजा-अर्चना की जाएगी।

कपाट बंद होने के साथ ही चारधाम यात्रा का शीतकालीन चरण आरंभ हो गया है। प्रशासन ने धाम क्षेत्र में व्यवस्था बनाए रखने और लौट रहे श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।