प्रीतम सिंह बनेंगे नेता प्रतिपक्ष, लेकिन रखी अपनी शर्तें
प्रदेश अध्यक्ष पद पर देखना चाहते हैं अपना करीबी
Dehradun: उत्तराखंड कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह काफी मनाने के बाद आखिर नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए तैयार हो गए हैं हालांकि उन्होंने उनकी पसंद का प्रदेश अध्यक्ष बनाने की भी शर्त रख दी है।
सूत्रों की माने तो संगठन उनकी इस शर्त पर भी तैयार हो चुका है। असल में कांग्रेस इन दिनों संकट के दौर से गुजर रही है और उसके पास ऐसे नेता कम ही है जो खास पदों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके। इंद्रा हिरदेश की मृत्यु के बाद कुमाऊं से ही नेता प्रतिपक्ष चुने जाने की सहमति बन गई थी लेकिन दिल्ली जाने के बाद संगठन ने पलटी मार दी और ऐसा व्यक्ति तलाशा जाने लगा जो सदन के अंदर मजबूत विपक्ष का नेता बन सके।
प्रीतम सिंह के पास लंबा चौड़ा राजनीतिक अनुभव है और विधानसभा का एक लंबा कार्यकाल भी। सदन की गतिविधियों और दांवपेच को वे बेहतर तरीके से जानते हैं। संगठन भी उनकी इस खूबियों से वाकिफ है और खासतौर पर ऐसे समय जब भाजपा सदन के अंदर बेहद मजबूत है तो ऐसे में कांग्रेस को एक ऐसा नाम चाहिए था जो राजनीति में तो प्रखर हो ही, साथ ही सता धारियों को घेरने में भी नंबर वन हो। इसके लिए कॉन्ग्रेस विधायक मंडल के पास प्रीतम सिंह से बेहतर नाम और कोई नहीं था। अब क्योंकि प्रीतम सिंह एक मजबूत नाम बन चुके हैं लिहाजा उन्होंने भी “मौका देखकर चौका” मारने में कोई कसर नहीं छोड़ी। नेता प्रतिपक्ष बनने के बदले बताया जा रहा है कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष के पद पर उनकी ही पसंद का नेता चुने जाने की भी शर्त रख दी है। संगठन भी उनकी इस शर्त को मानने पर सहमत है और सूत्रों की माने तो प्रीतम सिंह के नाम पर अब मात्र घोषणा होनी ही बाकी रह गई है लेकिन प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा इस पर अभी रहस्य बना हुआ है प्रोग्राम