चुनाव परिणाम से पहले ही क्यों डरी है भाजपा? – Bhilangana Express

चुनाव परिणाम से पहले ही क्यों डरी है भाजपा?

पक्ष में ना आए परिणाम तो भाजपा के अंदर बवंडर आना निश्चित
हाईकमान के लिए परेशानी का सबब बना प्रदेश भाजपा का विवाद
भितरघात के आरोपों के बाद भाजपा के अंदर सब कुछ सामान्य नहीं

Dehradun: चुनाव परिणाम आने में अभी थोड़ा समय है लेकिन उत्तराखंड भाजपा के अंदर जो कुछ चल रहा है उसे देखकर अब स्पष्ट लगने लगा है कि भाजपा बुरी तरह से या तो डरी हुई है या फिर अपने “भीतरघात” के मुद्दे को संभाल नहीं पा रही है। भाजपा नेताओं पर लग रहे आरोपों के बाद शीर्ष नेतृत्व के लिए उत्तराखंड भाजपा में शांति बनाए रखना मुश्किल हो रहा है।

उत्तराखंड भाजपा मैं विवाद की शुरुआत मतगणना के साथ ही शुरू हो गई थी। हरिद्वार से लेकर कुमाऊं तक प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पर भितरघात कराने के आरोप भाजपा के ही चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों द्वारा लगने लगे जिसकी आग हाईकमान तक जा पहुंची और केंद्रीय संगठन ने मुख्यमंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष को दिल्ली तलब किया। देखा जाए तो भाजपा वर्तमान दौर में कहीं ना कहीं चुनाव परिणामों को लेकर सशंकित नजर आ रही है तो वहीं पार्टी के अंदर ही आरोप-प्रत्यारोप से केंद्रीय संगठन भी अब परेशान है।

इन परिस्थितियों में यह स्पष्ट है कि यदि चुनाव परिणाम आने के बाद आंकड़े भाजपा के खिलाफ आए तो बगावत उफान पर देखने को मिलेगी और भाजपा के लिए अपने संगठन को एक मंच पर बनाए रखना मुश्किल पड़ जाएगा। अंदर खाने पार्टी में उबाल आने को तैयार है, लेकिन फिलहाल मतगणना की प्रतीक्षा है। नतीजों को लेकर कोई स्पष्ट नहीं है कि भाजपा 60 पार कर पाएगी, हालांकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अभी भी बहुमत से कहीं अधिक 60 प्लस की बात कर रहे हैं।

अनुशासित और संगठनात्मक तौर पर मजबूत समझी जाने वाली भारतीय जनता पार्टी में वर्तमान दौर असंतुष्ट तेवरों एवं भितरघात के आरोपों से लबरेज है। चुनाव परिणाम से पहले ही भारतीय जनता पार्टी के अंदर एक अजीब सी खामोशी व्याप्त है जो शायद कहीं ना कहीं तूफान के आने से पहले की शांति को बयां कर रही है। निश्चित तौर पर यदि चुनाव परिणाम आशाओं के अनुरूप नहीं मिले तो जल्दी भविष्य में संगठनात्मक तौर पर भाजपा के अंदर भी बड़े परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं।

असंतुष्ट भी फिलहाल चुनाव परिणामों तक अपने गुस्से को दबाए हुए हैं। चुनाव परिणाम सकारात्मक रहे तो शायद यह तूफान थम जाए अन्यथा विपरीत परिणाम आने की दशा में भाजपा में बवंडर आना इस बार तय है।