पोस्टल बैलट प्रकरण: एफआईआर के बाद अब गिरफ्तारीयों की तैयारी

एक्शन मोड में पिथौरागढ़ पुलिस, किसी भी समय आरोपियों की गिरफ्तारी
पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर किया था वीडियो वायरल
वीडियो में दिखाई दे रहे हैं सेना के जवान, एक जवान कर रहा है सब की वोटिंग

वीडियो में दिखाई दे रहे सेना के जवानों को चिन्हित करने का प्रयास

Pithauragarh: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए पोस्टल बैलट पेपर में फर्जी मतदान का मुद्दा अब एक्शन मोड में है। डीडीहाट थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद अब जिला प्रशासन ने इस दिशा में जांच शुरू कर दी है और जल्द ही जांच के परिणाम भी सामने आएंगे। जांच के दौरान सामने आया है कि यह वीडियो डीडीहाट विधानसभा क्षेत्र का है जिसमें सेना की वर्दी पहने कुछ जवान एक कक्ष में खड़े हैं, जबकि एक जवान लगातार एक से अधिक बैलट पोस्टल मतपत्रों में निशान लगा रहा है। जांच के दौरान वीडियो में दिखाई दे रहे हैं जवानों को भी चिन्हित करने का प्रयास किया जा रहा है।

वीडियो में इस जवान द्वारा एक ही व्यक्ति पर वोट देना दिख रहा है जबकि उनके बाकी साथी भी आसपास ही खड़े हैं और अलग-अलग तरीके से हस्ताक्षर करने की बात भी कर रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत द्वारा इस वीडियो को वायरल करने के बाद पोस्टल बैलट द्वारा मतदान प्रक्रिया में सवाल उठने शुरू हो गए थे। वही हरीश रावत पिथौरागढ़ कांग्रेस द्वारा लगातार प्रकरण को जांच के दायरे में लाने की मांग कर रहे थे। इसके बाद आखिर कल डीडीहाट थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।

इस प्रकरण में अब दोषी लोगों पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा है। पिथौरागढ़ के पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह प्रकरण को बेहद गंभीर मानते हैं और उनके द्वारा इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। एक पुलिस टीम पूरे प्रकरण की जांच कर रही है जिसके बाद या सामने आएगा की पोस्टल बैलट मतपत्रों पर निशान लगाने वाला व्यक्ति कौन है और उस पर आसपास और कौन-कौन जवान उपस्थित थे? यहां यह जानना भी जरूरी होगा कि किन परिस्थितियों में यह वीडियो बनाया जा रहा था जबकि चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की वीडियोग्राफी अधिकृत कर्मियों के अतिरिक्त प्रतिबंधित है।

संभावना व्यक्त की जा रही है कि किसी भी समय अब प्रकरण में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की जा सकती है और पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।