चुनाव आयोग को दिया जवाब, भाजपा ने बनाया सेना को बदनाम करने का मुद्दा
Dehradun: पोस्टल बैलट प्रकरण को लेकर एक नया देखने को मिला है जिसमें सेना द्वारा वीडियो में दिखाए गए जवानों को उनकी रेजिमेंट से संबंधित होने से इनकार किया गया है। चुनाव आयोग ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा वायरल किए गए वीडियो के बाद सेना से जवाब मांगा था जिस पर सैन्य अधिकारियों ने इस वीडियो मैं दिखाई दे रहे जवानों को उनकी रेजिमेंट का मानने से इनकार कर दिया है।
उधर अब यह मामला राजनीतिक रंग पकड़ने लगा है और भाजपा ने इसे एक बड़ा मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस पर सेना को बदनाम करने का आरोप लगाया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने वायरल किए गए वीडियो के संदर्भ में कहां की कांग्रेस का चरित्र सामने आ गया है और वीडियो जारी करना सेना के गौरव पर दाग लगाने जैसा है। बता दें कि इस मामले में डीडीहाट थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था जिसके बाद मामले की जांच की जा रही है।
इसी के तहत चुनाव आयोग ने कुमाऊँ रेजीमेंट से वीडियो के संदर्भ में रिपोर्ट मांगी थी जिस पर सेना के द्वारा इसका उनकी रेजिमेंट से संबंध होने से इनकार किया गया है।
पोस्टल बैलट का यह मामला तब सामने आया था जब पूरी मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा एक वीडियो वायरल किया गया था जिसमें कुछ वर्दीधारी बैलेट पेपर पर निशान लगा रहे थे और यह कार्य एक ही व्यक्ति द्वारा अलग-अलग बैलट पत्रों पर किया जा रहा था। कांग्रेस ने इस वीडियो के माध्यम से पोस्टल बैलट की चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए थे।