होली के बाद उत्तराखंड काग्रेस हार के कारणों पर समीक्षा – Bhilangana Express

होली के बाद उत्तराखंड काग्रेस हार के कारणों पर समीक्षा

DEHRADUN; कांग्रेस अब अपनी हार की समीक्षा कर रही है। वहीं अब यह भी माना जा रहा है कि कांग्रेस के नेताओं द्वारा मुस्लिक यूनिवर्सिटी का राग अलापना पार्टी को महंगा पड़ गया है। शुरूआती दौर में पार्टी ने इसे हल्के में लिया लेकिन भाजपा नेताओं ने इसे खूब भुनाया और जनता भी कांग्रेस की तथाकथित मंशा को स्वीकार करने को राजी नहीं हुई। निश्चित तौर पर कांग्रेस को इस मुद्दे से खासा नुकसान हुआ।

खुद प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल मानते हैं कि MUSLIM UNIVERSITY के मुद्दे ने भाजपा को एक बड़ा मुद्दा दिया जबकि कांगेस को इससे नुकसान उठाना पड़ा। होली के बाद उत्तराखंड काग्रेस हार के कारणों पर समीक्षा करेगी।

विधानसभा चुनावों की तिथियों की घोषणा से पहले ही कांग्रेस के एक नेता ने सत्ता में आने पर उत्तराखंड में MUSLIM UNIVERSITY की हवा उड़ा कर कांग्रेस के ताबूत में कील ठोकने का काम कर दिया था। मुद्दा उठने के साथ ही SOCIAL MEDIA पर यह बयान ट्रोल होने लगा और #EX CHIEF MINISTER HARISH RAWAT के फोटो एडिट कर वायरल होने लगे, जिसमें उन्हें एक मौलवी के रूप में दर्शाया गया। हालाकि #UTTARAKHAND CONGRESS STATE PRESIDENT GANESH GODIYAL का कहना है कि मुस्लिम विश्वविद्यालय क बात पार्टी के किसी बड़े नेता नहीं की, लेकिन भाजपा ने इसे एक साजिश के तहत मुद्दा बना दिया।

गोदियाल के अनुसार भाजपा इस मुद्दे पर ध्रवीकरण करने में सफल रही, तो वहीं # YOGI ADIYANATH ने भी इस मुद्दे को भुनाने में कोई कमी नहीं छोड़ी। गोदियाल के अनुसार यह बात एक कार्यकर्ता ने कही थी, और यह उसकी व्यक्तिगत राय थी, लेकिन भाजपा ने इसे धु्रवीकरण का माध्यम बना लिया। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यदि यह मुद्दा कांग्रेस के एजेंडे में होता तो इसे घोषणा पत्र में भी शामिल किया जाता और तब पार्टी की जिम्मेदारी भी बनती।