तो क्या “निशंक आवास” में छिपा है नए सीएम का रहस्य? – Bhilangana Express

तो क्या “निशंक आवास” में छिपा है नए सीएम का रहस्य?

धामी पहुंचे निशंक से मिलने तो अटकलों में दिखा फिर उफान
19 के बजाय अब 20 मार्च को हो सकती है विधायक दल की बैठक

Dehradun: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को लेकर जितनी अटकलें और जिज्ञासा वर्तमान दौर में बनी हुई है उतनी तो शायद मतदान और मतगणना के दौरान भी नजर नहीं आई। मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में एक के बाद एक नए नाम आ रहे हैं तो वही उत्तराखंड की राजनीति का केंद्र बिंदु डॉ रमेश पोखरियाल का आवास बनता नजर आ रहा है। हालांकि खुद मुख्यमंत्री की दौड़ में डॉ रमेश पोखरियाल निशंक भी बताए जा रहे थे, लेकिन इधर उनका नाम अब हाशिए पर चला गया है और सीएम पद की दौड़ में मुख्य तौर पर पुष्कर सिंह धामी, धन सिंह रावत एवं अनिल बलूनी रह गए हैं। निशंक आवास उत्तराखंड की राजनीति का केंद्र बिंदु भी बनता हुआ दिख रहा है, क्योंकि यहां उनसे मिलने वाले नेताओं की फेहरिस्त भी लंबी होती जा रही है।

उत्तराखंड के कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज सांसद रमेश पोखरियाल निशंक से उनके आवास में मिले हालांकि उन्होंने इसे होली की शिष्टाचार मुलाकात बताया लेकिन इस मुलाकात के बाद कई प्रकार की अटकलें भी लगाई जा रही है और इस मुलाकात को निशंक के आशीर्वाद के साथ भी जोड़कर देखा जा रहा है। डॉ रमेश पोखरियाल निशंक चुनाव से पूर्व उत्तराखंड में सक्रिय नजर आए हैं और जब धामी खटीमा विधानसभा सीट से चुनाव हारे तो उनको मुख्य तौर पर गेम चेंजर के तौर पर भी देखा जाने लगा

इस बात से कतई इंकार नहीं किया जा सकता कि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री बनाने के सवाल पर डॉ रमेश पोखरियाल निशंक की भूमिका बेहद अहम रहने वाली है, यही कारण है कि उत्तराखंड भाजपा के सभी दावेदार उनकी शरण में जाने का कोई मौका नहीं चूकना चाहते। कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज डॉक्टर निशंक के घर क्या पहुंचे कि एकाएक प्रदेश की राजनीति का ग्राफ उनकी ओर मुड़ता हुआ नजर आने लगा।

वही बताया जा रहा है कि विधायक मंडल की जो बैठक पहले 19 मार्च को होने वाली थी उसे अब डालकर 20 मार्च कर दिया गया है। इसका कारण कुमाऊं में दिल्ली जाने वाली होली बताई जा रही है जिस कारण कुमाऊं क्षेत्र के भाजपा विधायकों ने 19 मार्च को इस बैठक को 1 दिन आगे बढ़ाने का निवेदन किया था। 20 मार्च को उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री घोषित किया जा सकता है और इसके पश्चात शपथ ग्रहण समारोह को भव्य तौर पर मनाने की तैयारियां शुरू की जाएंगी।