664 कोरोना योद्धाओं को दिखा दिया सरकार ने बाहर का रास्ता – Bhilangana Express

664 कोरोना योद्धाओं को दिखा दिया सरकार ने बाहर का रास्ता

2 साल की सेवा के बाद अनुबंध समाप्त, विरोध में धरने पर बैठे निकाले गए कर्मचारी
Dehradun: उत्तराखंड में कम होते कोरोनावायरस के मामलों से जहां एक और आम जनमानस में राहत की सास ली है तो वही इस जाती हुई बीमारी ने 664 स्वास्थ्य कर्मियों के आगे रोजगार का संकट खड़ा कर दिया है। 1 अप्रैल से इस आंकड़े में शामिल डॉक्टर फार्मासिस्ट लैब टेक्नीशियन और दूसरे संबंधित स्वास्थ्य कर्मी नौकरी से बाहर कर दिए गए हैं। इसे लेकर विभिन्न जिलों में निकाले गए कर्मचारियों द्वारा धरना दिया जा रहा है।

2 वर्ष पूर्व कोरोना के बढ़ते हुए मामलों एवं मैनपावर के अभाव को देखते हुए आउटसोर्सिंग से 664 स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना उन्मूलन मिशन के लिए नौकरियां दी गई थी। इनमें बीएएमएस डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, एंबुलेंस कर्मी को दूसरे कर्मचारी शामिल थे। इधर उत्तराखंड में कोरोनावायरस के मामले कम हुए तो इनकी नौकरियों पर भी संक्रमण फैल गया। राज्य सरकार ने पिछले दिनों ही ऐसे सभी कर्मचारियों की सेवाएं 31 मार्च से समाप्त कर दी गई है।

इन कर्मचारियों को अब तक आशा थी कि राज्य सरकार आउटसोर्सिंग के माध्यम से इन्हें स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी दूसरी इकाइयों में समायोजित करने का फैसला लेगी लेकिन इसके उलट सीधे-सीधे फरमान इन 664 कर्मचारियों को बाहर कर दिया गया है। कर्मचारियों द्वारा इन्हें पुनः नौकरी पर रखे जाने की मांग को लेकर विभिन्न जिलों में धरना दिया जा रहा है। हालांकि अभी तक सरकार की ओर से कोई अग्रिम राहत आदेश नहीं मिला है।