केके प्रोडक्शन के बैनर में बनी एल्बम बटोर रही है लोकप्रियता
गीत का सार और शूटिंग लोकेशन
दहेज कृति पर फिल्माए गए इस गीत की शूटिंग रौतु की बेली, मसूरी के आस पास की गई है। वीडियो गीत में एक ऐसी महिला की कहानी है जो बचपन में ही अपनी माँ को खो देती है और उसके पिताजी जब दूसरी शादी करते हैं। नई माँ उसके साथ सौतेला व्यवहार करती हैं बहुत कठिनाईयों के बाद जब उसकी शादी की बात चलती है तो वह मन ही मन बहुत खुश होती है सोचती है ससुराल में तो अब मुझे प्यार करने वाले लोग मिल जायेंगे। लेकिन बद क़िस्मती से ससुराल पक्ष भी दहेज लोभी मिलते हैं। पति भी रोज मार पिटाई करता है। दहेज लोभी पति से भी कभी प्यार नहीं मिलता। अंत तक महिला को कोई सुख नहीं मिलता है। बस जब वह कहीं घर के कार्य करने जाती है तो अपना दुखड़ा अपनी सगी सहेलियों से कहती है।
गीत का संदेश यही है कि कहीं भी अगर रिश्ता जोड़ते हो तो पहले अपनी बेटियों के हितों की बात करके और घर को देखभाल करके ही बेटियों का रिश्ता करना चाहिये। गीत की गायिका बोल मीना राणा जी हैं तथा गीत के बोल मीना राणा जी व राम प्रसाद देवली जी ने लिखें हैं।
संगीत- संजय कुमोला
कैमरा- रवि भट्ट,
रिकॉर्डिस्ट- सागर सिलोड़ी,
अभिनय- रुचि रावत, एडिटर- कुणाल विवेक व मोहित कुमार, निर्देशक- कान्ता प्रसाद,
निर्माता- आर पी देवली व केपीजी फिल्मस प्रोडक्शन