Dehradun: पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता हरीश रावत ने विधानसभा में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल के कार्यकाल में हुई भर्तियों को लेकर अपने फेसबुक पेज में अपना पक्ष रखा है।
उन्होंने कहा कि कुछ #समाचार_पत्रों ने लिखा है कि मैं श्री कुंजवाल का बचाव कर रहा हूं। मैं किसी का बचाव नहीं कर रहा हूं।
मैंने बहुत ही स्पष्ट तौर पर कहा है कि जिस नियुक्ति में नैतिक बल नहीं है, वह गलत है और उसके विषय में माननीय स्पीकर और मुख्यमंत्री जी को एक पॉलिसी तय करनी चाहिए और मैंने उसमें सुझाव यह भी दिया है कि यदि नेता प्रतिपक्ष को भी सम्मिलित करना चाहें तो कर लें, विधानसभा के विवेक के ऊपर और मैं समझता हूं शब्द नैतिक बल, नियुक्तियों में यह बहुत प्रभावी है। जो नियुक्तियां माननीय हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अंदर आ चुकी हैं, उस पर मैं इससे बड़ी और कोई टिप्पणी नहीं कर सकता था। मैं इतना शक्तिशाली नहीं हूं कि माननीय हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के निर्णय पर, वह भी मुख्य न्यायाधीशों के निर्णय पर टिप्पणी करूं।