अंतिम पथ पर अपनों ने छोड़ा साथ, तो खाकी ने निभाई इंसानियत
समाज को सबक, थोड़ी इंसानियत जिंदा रहनी अभी जरूरी है
(कोतवाली डोईवाला)
Dehradun: इससे बुरा समय और भला और क्या होगा जब अपने ही अपनों का साथ छोड़ रहे हैं। ऐसे ना जाने कितने ही मामले इस करोना काल में देखने को मिले जहां संक्रमण से अपनों की मृत्यु होने पर नाते रिश्तेदारों ने ही शवों पर हाथ लगाने से मना कर दिया। यहां उत्तराखंड पुलिस के जवानों ने मानवता का जो धर्म निभाया वह समाज के लिए एक मिसाल है। जवानों ने ना केवल ऐसे ठुकराए गए शवों का अंतिम संस्कार किया बल्कि समाज को एक सबक भी सिखाया कि रिश्ते नाते महज धन दौलत की बुनियाद पर नहीं टिके हैं बल्कि इसके लिए थोड़ी सी इंसानियत मन के अंदर जिंदा रहना जरूरी है।
अभियान “मिशन हौसला” के अंतर्गत 23 वर्षीय करोना पीड़ित पुरूष की मृत्यु होने पर, चौकी लालतप्पड कोतवाली डोईवाला पुलिस द्वारा स्वयं पी.पी.ई. किट पहनकर परिजनों के साथ मिलकर सम्मान सहित किया गया अंतिम संस्कार
(अभियान “मिशन हौसला”)
दिनांक 07.06.2021 को पूर्व प्रधान राजकुमार निवासी माजरीग्रांट लालतप्पड द्वारा जरिये टेलीफोन चौकी प्रभारी लालतप्पड को सूचना दी गई कि एक युवक जिसका नाम प्रतीक पुत्र नरेन्द्र सिंह निवासी वार्ड नं0 5 शेरगढ लालतप्पड डोईवाला उम्र 23 वर्ष जो 10 दिन पूर्व कोरोना संक्रमण से ग्रसित था जिसका दिनांक 7.6.21 को कोरोना से मृत्यु हो गई है.
उक्त सूचना पर चौकी लालतप्पड से चौकी प्रभारी विक्रम सिंह नेगी मय चीता पुलिस 1. कानि0 246 विनीत पंवार 2. कानि0 1167 सतेन्द्र कुमार को पीपीई किट देकर मौके पर भेजा गया जिनके द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत तैयार S.O.P. के अनुसार कार्यवाही कर मृतक के परिजनों के साथ मिलकर व पूर्व प्रधान राजकुमार निवासी माजरीग्रांट के साथ मिलकर उक्त मृतक प्रतीक पुत्र नरेन्द्र सिंह निवासी वार्ड नं0 5 शेरगढ लालतप्पड डोईवाला उम्र 23 वर्ष का जाखन नदी लालतप्पड शमशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया ।