आठ साल बाद भी अमिट है केदारनाथ त्रासदी का दर्द
पर्यटन मंत्री ने केदारनाथ त्रासदी में मारे गये लोगों को दी श्रद्धांजलि
DEHRADUN: उत्तराखंड की नहीं बल्कि पूरा हिंदुस्तान आज से 8 वर्ष पूर्व केदारनाथ धाम में आई त्रासदी को भुला नहीं होगा। आज भी ना जाने कितने ही ऐसे लोग लापता हैं जिनकी आस में परिजन दरवाजे पर टकटकी लगाए देखते होंगे। इस घटना ने समूचे इंसान को यह सिखाया है कि प्रकृति कोई खिलवाड़ की चीज नहीं है और यदि इसका अनियोजित तरीके से दोहन किया तो इसके परिणाम बेहद ही घातक साबित होंगे। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज नेवी हर व्यक्ति को प्रकृति का सम्मान करने की नसीहत दी और कहा कि प्रकृति के साथ खिलवाड़ एक समय में खुद इंसान के लिए उसके विनाश का कारण बनता है।
उत्तराखंड प्रदेश के पर्यटन, सिंचाई एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने बुधवार को 8 साल पूर्व केदारनाथ त्रासदी में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए हुतात्माओं के परिजनों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की.
पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि 8 साल पूर्व भीषण आपदा में केदारनाथ एवं उसके आसपास भारी तबाही का मंजर देखने को मिला था। इस दौरान जान माल का भारी नुकसान हुआ आपदा में हजारों लोग हताहत हुए आज केदारनाथ आपदा की आठवीं बरसी है। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों ने अपनों को खोया था उनके परिजनों के प्रति हमेशा मेरी सहानुभूति रहेगी।