देवस्थानम बोर्ड के भंग होने से लोकतंत्र की जीत -धस्माना
Dehradun: भाजपा सरकार के देवस्थानम कानून व बोर्ड के निर्णय के खिलाफ पिछले दो वर्षों से चले आ रहे आन्दोलन का सुखद नतीजा निकला और प्रचंड बहुमत के अहंकार में डूबी भाजपा सरकार को अन्तोगत्वा आंदोलन के समक्ष झुकना पड़ा और आज दो वर्ष बाद इस कानून को बनाने वाली भाजपा सरकार को रोल बैक करते हुए देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की घोषणा करनी पड़ी,यह लोकतंत्र व जनता की जीत है और इसके लिए सभी हक़ हकूक धरि और विशेष तौर पर पंडा पुरोहित समाज है जिनके संघर्ष के कारण सरकार घुटनों के बल आ गयी इसके लिए कांग्रेस की ओर से मैं सभी राज्यवासियों को व पंडा पुरोहित समाज को बधाई देता हूँ.
यह बात आज प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बीजेपी सरकार द्वारा आज देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की घोषणा पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए कही। श्री धस्माना ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा जिस प्रकार से किसान विरोधी तीन काले कानूनों को कुसनों के राष्ट्रव्यापी आंदोलन के बाद वापस लेना पड़ा उसी प्रकार उत्तराखंड की भाजपा द्वारा आदि गुरु शंकराचार्य की परंपराओं को ध्वस्त करने वाले सनातन विरोधी देवस्थानम बोर्ड को भी भंग करना पड़ा जो जनतंत्र की बड़ी जीत है। श्री धस्माना ने कहा कि कांग्रेस का राज्य नेतृत्व नेता प्रतीपक्ष व सभी कार्यकर्ता भी बधाई के पात्र हैं जो इस पूरे संघर्ष में शुरू से लेकर अंत तक पंडा पुरोहित समाज के साथ डट कर खड़े रहे।