अब खुलेगी जमीन कब्जाने वाले माफियाओं और संरक्षण देने वालों की पोल – Bhilangana Express

अब खुलेगी जमीन कब्जाने वाले माफियाओं और संरक्षण देने वालों की पोल

आखिर क्यों थाना स्तर पर शिकायत मिलने के बाद नहीं की जाती कार्रवाई
पुलिस मुखिया के संज्ञान में आने के बाद ही बेनकाब हो रहे हैं भूमाफिया
भू माफियाओं को करेंगे बेनकाब, संरक्षण देने वालों की खोलेंगे पोल: जुगरान

Dehradun: देहरादून में पिछले कुछ समय से जमीनों को बलपूर्वक कबजाने जाने की घटनाएं बेहद तेजी से बढ़ी है। माफियाओं के हौसले इस प्रकार से बुलंद है कि उन्होंने एक पूर्व नौसेना अध्यक्ष के हेरिटेज भवन को भी नहीं छोड़ा और उस पर कब्जा करते हुए उस पर बुलडोजर चला दिया। यह सब हुआ पुलिस की नाक के नीचे जिस पर बाद में संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक ने ना केवल संबंधित थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की बल्कि देहरादून से बाहर की पुलिस से पूरे प्रकरण की जांच कराई तो कई लोग गिरफ्तार किए गए।

नौसेना अधिकारी की पत्नी क्लिमेंट टाउन थाने के चक्कर काटती रही लेकिन ना जाने ऐसी क्या चासनी घोलकर पिलाई गई थी की थाने की पुलिस महिला की मदद करने के बजाए आंख बंद करके बैठी रही और माफियाओं ने एक पुराने मकान को जमीन पर मिला दिया। ऐसे और भी प्रकरण है जिनमें अनमोल जमीनों पर कब्जा करने की घटनाएं सामने आई है। हाल ही में एक और मामला तिब्बती फाउंडेशन की जमीन से जुड़ा हुआ सामने आया जिसमें डीजीपी ने पुनः संज्ञान लेते हुए आईएसबीटी चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर करने के निर्देश दिए।

विडंबना यह है कि उत्तराखंड बनने के बाद भी यहां की सरकारें माफियाओं पर लगाम कसने में कामयाब नहीं हो पाई। माफियाओं ने बेखौफ लोगों की जमीने हड़प ली तो सरकारी जमीनों को भी नहीं बख्शा। इधर माफियाओं के इन हौसलों को जवाब देने के लिए अब भाजपा नेता रविंद्र जुगरान ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी उत्तराखंड में हो रहा है उसका अब जवाब दिया जाएगा और निश्चित तौर पर ऐसे लोगों को बेनकाब किया जाएगा जिनके संरक्षण में माफिया भोले भाले लोगों की जमीन कब जा रहे हैं। उन्होंने क्लिमेंट टाउन स्टेट नौसेना अधिकारी के मकान को बुलडोजर से तोड़े जाने की घटना पर आक्रोश जताया।

यह बेहद चौंकाने वाला है कि पुलिस को शिकायत देने के बाद भी संबंधित थानों की पुलिस आखिर क्यों पीड़ितों की मदद नहीं करती? आखिर क्यों इस प्रकार के मामलों में पुलिस मुखिया तक बात पहुंचाने के बाद ही कार्रवाई होती है? क्या पूरे तंत्र पर दीमक लग चुका है या माफियाओं को संरक्षण देने में विशेष कृपा की जा रही है।

https://youtu.be/nBOLrsbWTrI