फेसबुक चैटिंग से शुरू हुआ मामला फायरिंग तक पहुंचा

फायर करने वाले दो अभियुक्तों को कोतवाली रामनगर पुलिस ने किया गिरफ्तार दोनों के पास से अवैध तमंचा, पिस्टल व कारतूस भी हुए बरामद

RAMNAGAR: दिनांक 4/5/2022 को राजदीप सिंह उपरोक्त की लिखित तहरीर के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज किया गया था जिसकी विवेचना उ0नि0 राजेश जोशी के सुपुर्द की गयी। अभियुक्त गण की गिरफ्तारी हेतु प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रामनगर के कुशल नेतृत्व में थाना स्तर पर टीम गठित की गयी । अभियुक्त गणों की तलाश सुरागरसी/पतारसी की कार्यवाही अमल में लायी गयी।

आज दिनांक 6/5/2022 को समय प्रातः 6 बजे हाथीडंगर वन विभाग बैरियर से 400 मीटर आगे मालधनचौड़ / काशीपुर जाने वाले रास्ते पर मोड़ के पास अभियुक्त गण उपरोक्त को हत्या के प्रयास में प्रयुक्त पिस्टल 32 बोर मय 04 जिन्दा कारतूस मय मो0सा0 सुजुकी व रंग सफेद के गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ के दौरान अभियुक्त मनवन्दर सिंह उपरोक्त द्वारा बताया गया कि विगत 03 वर्ष पूर्व फेस बुक के माध्यम से मेरी जान-पहचान राजदीप सिंह के परिवार की किसी महिला से हो गयी थी दोनों आपस में फेस-बुक चैटिंग व मिलना-जुलना हो गया था । जो राजदीप सिंह को पसन्द नहीं था। जिस संबंध में कोतवाली काशीपुर में हमारी काउंसलिंग भी हुयी थ। सिख समुदाय के होने के कारण राजदीप के पिता जसविन्दर सिंह तथा राजदीप सिंह व पंचायत के अन्य सदस्यों द्वारा बड़ा गुरूद्वारा काशीपुर में मुझे बुलाया गया। मैने उन सभी से मांफी मांगी लेकिन जसविन्दर सिंह ने मुझे गाली-गलौच करते हुये बहुत भला-बुरा कह ओर कहा कि आज के बाद मेरे परिवार की किसी महिला से मिला तो तेरी बहनों को रखैल बना दुगां और पंजाब से सूटर बुलाकर तुझे जान खत्म करवा दूगां।

आरोपी ने बताया कि जसविन्दर सिंह की यह बात मुझे चुभ गयी। जब भी जसविन्दर सिंह की बात मुझे याद आती थी मेरा मन करता था कि मैं जसविन्दर सिंह को जान से खत्म कर दूं । इसी बीच मेरी दोस्ती गौरव कश्यप पुत्र चन्द्रपाल सिंह नि0 कल्याणपुर थाना भगतपुर जिला मुरादाबाद उत्तर प्रदेश हॉल एस.आर.एल. लैब काशीपुर उधम सिंह नगर के साथ हो गयी । बातो-बातों में गौरव कश्यप को मैने सारी आपबीती बतायी । गौरव कश्यप पहले ठाकुरद्वारा जनपद मुरादाबाद में मर्डर केस में जेल जा चुका है।

गौरव ने कहा कि जब कभी मौका मिला तो जसविन्दर सिंह को जान से खत्म कर देगें । दिनांक 2/5/2022 को समय करीब 07 बजे सायं गौरव मुझे मिला हम दोनों ने जसविन्दर सिंह को जान से मारने की योजना बनाई । योजना बद्ध तरीके से सबसे पहले हमने एक पिस्टल 32 बोर तथा एक तमंचा 12 बोर का इंतजाम किया उसके बाद संजीवनी अस्पताल काशीपुर के बाहर खड़ी मो0सा0 सुजुकी सफेद रंग की चुरा ली । योजनाबद्ध तरीके से चुरायी हुयी मो0सा0 हमने रेलवे ट्रैक के पास छिपा दी । फिर दिनांक 3/5/2022 को ईद का दिन होने के कारण हमने सोचा कि आज हम जसविन्दर को मारेंगे तो पकड़े नहीं जायेगें । क्योंकि पुलिस वाले ईद ड्यूटी में व्यस्त होगें।

इस तरह समय करीब 08 बजे रात्रि मैं ओर मेरा दोस्त गौरव कश्यप संजीवनी अस्पताल के प्रागण से चुराई हुयी मो0सा0 सुजुकी बिना नम्बर में बैठकर काशीपुर से टांडा रामनगर आये मो0सा0 में चला रहा था गौरव कश्यप मेरे पिछे बैठा था। मेरे पास पिस्टल 32 बोर तथा गौरव के पास देशी तमंचा 12 बोर मौजूद था । समय करीब 09-09.30 बजे रात्रि के बीच लछ्मीपुर बनिया आम के बाग के पास जसविन्दर सिंह अपनी मो0सा0 में सवार होकर अपने घर की तरफ जा रहा था हमने अपनी मो0सा0 से जसविन्दर सिंह का पिछा किया। जैसे ही जसविन्दर सिंह से करीब एक-दो मीटर पीछे पहुंचे तो मैने पिस्टल निकालकर जसविन्दर सिंह को जान से मारने की नियत से फायर किया। गोली चली पर गोली जसविन्दर सिंह को छू-कर निकल गयी उसे गोली नहीं लगी।

जब मेरे द्वारा किया हुआ फायर जसविन्दर सिंह को नहीं लगा तो मो0सा0 के पीछे सीट पर बैठे मेरे दोस्त गौरव कश्यप ने जसविन्दर सिंह को जान से मारने की नियत से देशी तमंचे से फायर किया जो जसविन्दर सिंह को लग गया व मो0सा0 सहित सड़क पर गिर गया । हम दोनों जसविन्दर सिंह को मरा समझ कर वहां से भाग गये । आज हमें पता चला कि जसविन्दर सिंह अभी जिन्दा है मरा नहीं है तो हम दोनों जसविन्दर सिंह को जान से मारने की नियत से रामनगर आ रहें थे इसी दौरान गिरफ्तार कर लिया गया।

*बरामदगी:-*
*1-* अभियुक्त मनविन्दर उपरोक्त के कब्जे से एक अदद पिस्टल 32 बोर 04 अदद जिन्दा कार0
*2-* अभियुक्त गौरव कश्यप उपरोक्त के कब्जे से एक अदद देशी तमंचा 12 बोर मय 01 अदद खोका कार0
*3-* घटना में प्रयुक्त सफेद रंग की मो0सा0 सुजुकी बिना नम्बर ( संजीवनी अस्पताल काशीपुर से चुराई हुयी )
*आपराधिक इतिहास अभियुक्त* गौरव कश्यप उपरोक्त के विरूद्ध थाना ठाकुरद्वारा जनपद मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश में FIR NO 364/2019 U/S 302/397 IPC पंजीकृत है ।
विवेचक- उ0नि0 राजेश जोशी