नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज से साक्षात्कार
दरोगा विधायक विवाद प्रकरण में दरोगा के पक्ष में उतरे संत महात्मा
गलत फैसले तोड़ रहे हैं पुलिस कर्मियों का मनोबल: स्वामी रसिक महाराज
Dehradun: नृसिंह वाटिका आश्रम रायवाला के परमाध्यक्ष नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज ने दो दिन पूर्व मसूरी के माल रोड में घूमते वक्त मास्क लगाने को लेकर दरोगा का विधायक के साथ विवाद में दरोगा नीरज कठैत के स्थानांतरण को तीरथ सरकार की दबाव में की गई कार्रवाई बताते हुए कहा कि ऐसे फैसलों से अपनी ड्यूटी को पूरी इमानदारी से अंजाम देने वाले पुलिसकर्मियों के मनोबल पर आघात पहुंच रहा है।
भिलंगना एक्सप्रेस प्रकाशन समूह को दिए गए एक विशेष साक्षात्कार में स्वामी रसिक महाराज ने देहरादून पुलिस के अधिकारियों को कटघरे में खड़े करते हुए कहा कि दरोगा के स्थानांतरण को विधायक के साथ विवाद के कारण नहीं बल्कि एक ही थाने में तीन साल से अधिक तैनात ना रहने के नियम के तहत किया गया बता रहे हों लेकिन क्या यह नियम विवाद वाले दिन ही याद आया?
अधिकारियों की दलीलों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि एक और कारण दिया गया है कि अगर विवाद था भी तो दरोगा को सोशल मीडिया या किसी भी मीडिया के साथ बयानबाजी करने का अधिकार नहीं था। यदि कोई ऐसा विवाद था तो उसके लिए सीओ स्तर के अधिकारी को ही सार्वजनिक बयान देने का अधिकार मिला हुआ है लेकिन क्या ऐसी हरकतों से पुलिस का मनोबल नहीं टूटेगा?
भिलंगना एक्सप्रेस को इस प्रकरण में अपनी आगामी रणनीति की जानकारी देते हुए संत रसिक महाराज ने बताया कि वह शीघ्र ही केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर सरकार की इस करतूत को बताएंगे ताकि भविष्य में कोई राजनेता अपने पद का दुरपयोग न कर सके।