उत्तराखंड में मिले 36 नए मामले, महज टीकाकरण के भरोसे कोरोना से मुक्ति का भ्रम पालना बड़ी भूल करना होगा, कोविड-19 के नियमों का गंभीरता से करना होगा पालन
Dehradun: लगता है उत्तराखंड में कोरोना पुनः अपना असर दिखाने के लिए बेताब है। हाल ही में भारतीय वन अनुसंधान में 11 मामले मिलने से हड़कंप मच गया था और FRI को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया था। उत्तराखंड मैं करोना धीरे धीरे चलता ही रहा और लोगों ने भी लापरवाही को अपने जीवन में उतार लिया। बाजारों की जो व्यवस्था है वह किसी से छिपी नहीं है। जैसा सोचा गया था धीरे-धीरे लगता है उत्तराखंड एक बार फिर उसी कोरोना की ओर जा रहा है जहां अभी चंद महीनों पहले ही एक बुरा दौर देखा गया था।
टीकाकरण के बावजूद उत्तराखंड में आज कोरोना के बड़े मामले सामने आए हैं जिनमें अकेले पौड़ी में 19 संक्रमण के केस मिलना वाकई एक चिंता का कारण है।
उत्तराखंड में आज कुल 36 मामले प्रकाश में आए हैं जबकि मात्र 10 लोग रिकवर होकर अपने घर वापस गए हैं। यह हैरानी की बात है की पौड़ी जैसे जिले में इतनी बड़ी संख्या में संक्रमण के केस मिले हैं इसी तरह नैनीताल में 7,देहरादून में 5 केस दर्ज किए गए हैं।
कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार की ओर से भी कोई अधिक गंभीरता बरती जा रही हो, यह भी अब नजर नहीं आ रहा है। सरकार की ओर से छोटे बच्चों के स्कूलों को खोलने का भी फरमान काफी पहले जारी किया जा चुका है यह जानते हुए भी कि बच्चों में अभी तक टीकाकरण का कार्य शुरू नहीं हुआ है। बाजार एवं सार्वजनिक व्यवस्था की क्या स्थिति है यह हर कोई जानता है और हम सब सभी उस लापरवाही भरी व्यवस्थाओं में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
जिस प्रकार के हालात एक बार फिर हमारे सामने हैं उससे आप सचेत होने की जरूरत है और यदि सिर्फ टीकाकरण के भरोसे कोरोना से मुक्ति पाने कहां ब्रह्मपाल बैठे हैं तो यह हमारी सबसे बड़ी भूल होगी।