नई दिल्ली। राज्यसभा में आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया और बताया कि कांग्रेस के सदस्य कहते नहंी थकते कि कांग्रेस न होती तो क्या होता? इस पर उन्हांेने कहा कि कांग्रेस न होती तो लोकतंत्र में परिवारवाद नहीं होता, आपातकाल न लगता, सिखों का नरसंहार नहीं होताए कश्मीरी पंडित नहीं होते।
पीएम ने बताया. कांग्रेस न होती तो क्या.क्या न होता
अगर कांग्रेस न होती तो भारत विदेशी के बजाय स्वदेशी संकल्पों के रास्ते पर चलता।
अगर कांग्रेस न होती तो देश पर इमरजेंसी का कलंक नहीं होता।
दशकों तक करप्शन को संस्थागत न बनाकर रखा होता
जातिवाद और क्षेत्रवाद की खाई इतनी गहरी नहीं होती
अगर कांग्रेस न होती तो सिखों का नरसंहार न होता
सालों.साल पंजाब आतंक की आग में न जलता
कश्मीर के पंडितों को कश्मीर छोड़ने की नौबत न आती
बेटियों को तंदूर में जलाने की घटनाएं न होतीं
सामान्य आदमी को मूलभूत सुविधाओं के लिए इतना इंतजार न करना पड़ता।
कांग्रेस व पंडित नेहरू नहीं होते तो गोवा की आजादी में 15 साल ज्यादा नहीं लगते।
कांग्रेस को नेशन से भी तकलीफए इसलिए नाम बदल ले
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस को नेशन से भी समस्या है। पीएम ने कहाए श्अगर ऐसा है तो आपकी पार्टी का नाम इंडियन नेशनल कांग्रेस क्यों हैघ् अगर अब नई सोच आई है तो पार्टी का नाम बदल लीजिए और फेडरेशन ऑफ कांग्रेस कर अपने पूर्वजों की गलती सुधार दीजिए।